भारत के शॉट पुटर तजिंदरपाल सिंह तूर ने 14 जुलाई, 2023 को बैंकॉक में स्वर्ण जीतने वाले दूसरे राउंड थ्रो के बाद प्रतियोगिता से बाहर होने से पहले अपने एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप खिताब का बचाव करके महाद्वीपीय सर्किट में अपना दबदबा कायम किया। फोटो साभार: द हिंदू
भारत के शॉट पुटर तजिंदरपाल सिंह तूर ने 14 जुलाई, 2023 को बैंकॉक में स्वर्ण जीतने वाले दूसरे राउंड थ्रो के बाद प्रतियोगिता से बाहर होने से पहले अपने एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप खिताब का बचाव करके महाद्वीपीय सर्किट में अपना दबदबा कायम किया।
एशियाई रिकॉर्ड धारक तूर ने अपने दूसरे थ्रो में आयरन बॉल को 20.23 मीटर की दूरी तक फेंका, लेकिन प्रयास के बाद वह लंगड़ाते हुए अपनी कमर पकड़ कर बाहर निकल गए।
ईरान की सबेरी मेहदी (19.98 मीटर) और कजाकिस्तान के इवान इवानोव (19.87 मीटर) ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीता।
28 वर्षीय तूर एशियाई चैंपियनशिप खिताब की रक्षा करने वाले केवल तीसरे शॉट पुटर बन गए।
कतर के बिलाल साद मुबारक ने 1995 और 1998 में और फिर 2002 और 2003 में लगातार दो बार खिताब जीतकर यह उपलब्धि हासिल की थी। कुवैत के मोहम्मद ग़रीब अल जिंकावी ने लगातार तीन बार – 1979, 1981 और 1983 में खिताब जीता था।
तूर की चोट की गंभीरता अभी तक ज्ञात नहीं है, लेकिन यह उनके लिए चिंता का कारण हो सकता है क्योंकि विश्व चैंपियनशिप (17 से 27 अगस्त) एक महीने से अधिक समय बाद बुडापेस्ट में शुरू होगी।
उन्होंने पिछले महीने भुवनेश्वर में राष्ट्रीय अंतर-राज्य चैंपियनशिप में 21.77 मीटर के अपने नए एशियाई रिकॉर्ड थ्रो के साथ विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया था।
टूर्नामेंट से ठीक पहले कमर में खिंचाव के कारण तूर 2022 विश्व चैंपियनशिप से भी चूक गए थे, जिसके कारण उन्हें बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों को छोड़ने के लिए भी मजबूर होना पड़ा था।
टोक्यो ओलंपिक के ठीक बाद तूर ने अपने फेंकने वाले हाथ की बाईं कलाई की सर्जरी करवाई थी। उन्होंने 14 जुलाई को बायीं कलाई पर पट्टी बांधकर भी भाग लिया था।